त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥ अर्थ: आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं�
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥ अर्थ: आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं�